बहुत काम है – थोड़े से ही दिन तो हैं अब,
सफाई करनी है- वो गहराई वाली,
दिलों के कोनों में लगे गिले-शिकवों के जाले हटाने हैं,
मन पर पड़ी धूल झाड़नी है- हाँ, वही – शिकायतों वाली।
सूची बनानी है आज उन सब नामों की ,
जाना है मिलने जिनसे, स्नेह और मनुहार की मिठाईयों संग,
अच्छा ठीक है-थोड़ा नमकीन भी रख लूँगी,
अधिकार वाला गुस्सा और प्यार भरी झिड़की वाली।
भागते-दौड़ते, ऊँचाईयों की सीढ़ियाँ चढ़ते-चढ़ते ,
कहीं छूट गए रिश्तों की लड़ियों को ढूंढना है,
बाती जलानी है- इस अनुभूति, इस चेतना की,
थोड़े ही दिन हैं- इस बार मनानी है दिवाली ,कुछ ख़ास वाली।
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Copyright © Aradhana Mishra
Kya khoob likhti ho….
Beautiful lines
Beautiful thoughts
And beautifully penned
Keep it up
Happy Diwali
Hey Monisha,
Thank you! Always love your sweet words!
Very nice !
Thank you Ketaki! <3
बहुत ख़ूब !! इस बार दिवाली सचमुच कुछ ख़ास वाली..💝
Thank you Mrs Sharma! wishing you a sparkling and warm Diwali! <3